बिहार बोर्ड मैट्रिक 10TH के रसायन विज्ञान अध्याय 2 अम्ल क्षारक एवं लवण का OBJECTIVE (QUIZ) QUESTIONS दिए गए है इसकी मदद से आप अपने परीक्षा की तैयारी को और बेहतर बना सकते है, हर सवाल में सही उतर पर हरा रंग और गलत उतर पर लाल रंग दिखाएंगे सारे सवालों का जवाब देने के बाद अंत में आपको अपना परिणाम मिलेगा - RSL PLUS
अम्ल क्षारक एवं लवण
अम्ल :-
- अम्ल वे पदार्थ होते हैं जो स्वाद में खट्टे होते हैं और नीले लिटमस पत्र को लाल कर देते हैं।
- अम्ल जल में घुलकर हाइड्रोजन आयन (H+) उत्पन्न करते हैं।
- उदाहरण: हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl), सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4), नाइट्रिक अम्ल (HNO3)
क्षारक :-
- क्षारक वे पदार्थ होते हैं जो स्वाद में कड़वे होते हैं और लाल लिटमस पत्र को नीला कर देते हैं।
- क्षारक जल में घुलकर हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-) उत्पन्न करते हैं।
- उदाहरण: सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH), कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड (Ca(OH)2)
लवण :-
- लवण अम्ल और क्षारक की अभिक्रिया से बनते हैं।
- लवण में अम्ल का ऋणायन और क्षारक का धनायन होता है।
- उदाहरण: सोडियम क्लोराइड (NaCl), कैल्शियम सल्फेट (CaSO4)
pH पैमाना :-
- pH पैमाना 0 से 14 तक होता है, जो विलयन की अम्लीयता या क्षारीयता को दर्शाता है।
- pH 7 उदासीन विलयन को दर्शाता है, pH < 7 अम्लीय विलयन को दर्शाता है, और pH > 7 क्षारीय विलयन को दर्शाता है।
उपयोगी लवण :-
सोडियम क्लोराइड (NaCl): भोजन में उपयोग होता है।
बेकिंग सोडा (NaHCO3): बेकिंग पाउडर बनाने में उपयोग होता है, अग्निशामक यंत्रों में उपयोग होता है, और एंटासिड के रूप में उपयोग होता है।
धोने का सोडा (Na2CO3·10H2O): काँच, साबुन, और कागज उद्योगों में उपयोग होता है।
अधिक जानकारी इस क्विज के बाद दिया गया है।
कक्षा 10 - रसायन विज्ञान अध्याय 2
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य :-
अम्ल, क्षारक, और लवण के बारे में और जानने के लिए यहाँ कुछ अतिरिक्त बिंदु हैं:
अम्ल और क्षारक के गुण :-
अम्ल के गुण: अम्ल धातुओं के साथ अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करते हैं।
क्षारक के गुण: क्षारक वसा और तेल के साथ अभिक्रिया करके साबुन बनाते हैं।
अम्ल और क्षारक के उपयोग :-
अम्ल के उपयोग: अम्ल उद्योगों में विभिन्न उत्पादों के निर्माण में उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि उर्वरक और प्लास्टिक।
क्षारक के उपयोग: क्षारक साबुन बनाने, कागज उद्योग, और जल शुद्धिकरण में उपयोग किए जाते हैं।
लवण के प्रकार :-
साधारण लवण: साधारण लवण अम्ल और क्षारक की अभिक्रिया से बनते हैं।
अम्लीय लवण: अम्लीय लवण अम्ल और क्षारक की अभिक्रिया से बनते हैं जिसमें अम्ल की अधिकता होती है।
क्षारीय लवण: क्षारीय लवण अम्ल और क्षारक की अभिक्रिया से बनते हैं जिसमें क्षारक की अधिकता होती है।
अम्ल, क्षारक, और लवण का महत्व :-
उद्योग: अम्ल, क्षारक, और लवण उद्योगों में विभिन्न उत्पादों के निर्माण में उपयोग किए जाते हैं।
जीवन: अम्ल, क्षारक, और लवण हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे कि भोजन और स्वास्थ्य में।
अम्ल, क्षारक, और लवण के बारे में और जानने के लिए यहाँ कुछ अतिरिक्त बिंदु हैं:
अम्ल और क्षारक की अभिक्रिया :-
उदासीनीकरण अभिक्रिया: अम्ल और क्षारक की अभिक्रिया से लवण और जल बनता है।
उदाहरण: हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) और सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) की अभिक्रिया से सोडियम क्लोराइड (NaCl) और जल (H2O) बनता है।
अम्ल और क्षारक के सूचक :-
लिटमस पत्र: लिटमस पत्र अम्ल और क्षारक की पहचान करने के लिए उपयोग किया जाता है।
फिनॉलफ्थेलीन: फिनॉलफ्थेलीन क्षारक की उपस्थिति में रंग बदलता है।
अम्ल, क्षारक, और लवण के अनुप्रयोग :-
चिकित्सा: अम्ल और क्षारक का उपयोग चिकित्सा में विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि एंटासिड और दवाएं।
- *उद्योग*: अम्ल, क्षारक, और लवण उद्योगों में विभिन्न उत्पादों के निर्माण में उपयोग किए जाते हैं।
अम्ल, क्षारक, और लवण की सावधानियां :-
सुरक्षा उपाय: अम्ल और क्षारक के साथ काम करते समय सुरक्षा उपायों का पालन करना आवश्यक है।
भंडारण: अम्ल और क्षारक को सुरक्षित और सावधानी से भंडारित करना आवश्यक है।
उम्मीद है आपको ये पोस्ट अच्छा लगा होगा